जी का जन्म 02/04/1985 को(माता श्री मति भगवती देवी व पिता श्री बलवीर सिहं ) एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार में ग्राम गफ्फारपुर, पो गुलड़िया तहसील/ जनपद अमरोहा, उत्तर प्रदेश में हुआ । चौ योगेंद्र सिहं जी का सामाजिक जीवन 18 मई 2007 से हिंदू युवा वाहिनी ( हिंदू युवा वाहिनी के सस्ंथापक/सरंक्षक तत्कालीन सांसद गोरखपुर / उत्तराधिकारी गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर योगी आदित्य नाथ जी महाराज ) के ग्राम अध्यक्ष ग्राम गफ्फार पुर के रूप में शुरू हुआ ।
माननीय चौ योगेंद्र सिहं जी की शख्सियत आज किसी परिचय की मोहताज नही है। चौ योगेंद्र सिहं जी के सामाजिक कार्य को देखते हुए 9 दिसंबर 2012 को हिंदू युवा वाहिनी के प्रभारी ब्लाक जोया अमरोहा के पद पर मनोनित किया गया। हिंदू युवा वाहिनी के उत्तर प्रदेश प्रतिनिधि सभा (सम्मेलन) दिनांक 16जनू 2013 को ( स्थान महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय जंगल घुसड़ गोरख पुर उत्तर प्रदेश ) योगी आदित्यनाथ महाराज जी के निर्देश पर अमरोहा जिले का जिला उपाध्यक्ष का पद मिला। 3 अगस्त ,2014 को चौ योगेंद्र सिहं जी का हिंदू युवा वाहिनी से विश्व हिंदू महासंघ इकाई भारत के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ महाराज जी के निर्देश पर जिला अध्यक्ष विश्व हिंदू महासंघ अमरोहा मनोनित किया गया ( विश्व हिंदू महा सघं की स्थापना दिनांक 12अप्रलै 1981में हुई। ( विश्व हिंदू महासंघ के सस्ंथापक आद्य जगद्गुरू शंकराचार्य द्वारा स्थापित चारों पीठों के शंकराचार्य तत्कालीन गोरक्ष पीठाधीश्वर गुरुदेव महंत अभेदयनाथ जी महाराज, मा अशोक सिघंल जी नेपाल नरेश श्री वीरेन्द्र वीर विक्रम शाहदेव जी)। संगठन में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए सन 2009 से जनू 2014 तक समय समय पर तत्कालीन गोरक्ष पीठाधीश्वर गुरुदेव राष्ट्र सतं ब्रह्मलीन महंत अभेदय नाथ महाराज जी का स्नेह,आशीर्वाद व मार्गदर्गर्शन प्राप्त होता रहा। गुरुदेव राष्ट्र सतं महंत अभेद्ययनाथ महाराज जी 12सितंबर 2014 को गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर में ब्रह्मलीन हो गए । 14 सितंबर 2014 को मंदिर प्रांगण में ही समाधिस्थ हो गए । तभी से गुरुदेव राष्ट्रसतं ब्रह्मलीन महंत अभेद्यनाथ महाराज जी के सामाजिक समरसता व अखडंता के सिद्धांतो को अपने जीवन में ग्रहण कर विश्व हिंदू महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ जी महाराज के निर्देशा नसुार संगठन में कार्य करते हुए योगेंद्र सिहं जी के द्ववारा संगठन के प्रति सच्ची लगन व मेहनत को देखते हुए विश्व हिंदू महासंघ के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी आदित्य नाथ महाराज जी के निर्देश पर 18 दिसबंर 2016 को विश्व हिंदू महासंघ के गौरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष, पद पर मनोनित किया गया। संगठन के निर्देशानसुार भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड( पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रलाय भारत सरकार) का जिला मानद अधिकारी का पद 10 अक्टूबर 2018 से ग्रहण करके लगभग 3 वर्ष तक कार्य किया।
परम पुज्य योगी आदित्य नाथ महाराज जी के द्वारा हिन्दू युवा वाहिनी को भगं करने व विश्व हिंदू महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद त्यागने के उपरांत संगठन के मूल सिद्धांतो से संगठन के भटकने पर गढ़ मुक्तेश्वर जनपद हापड़ु में हो रहे विश्व हिंदू महासंघ के प्रांतीय सम्मेलन के मंच से 4 नवबं र 2023 को अपने हजारों सहयोगियों के साथ मा चौ योगेंद्र सिहं जी ने संगठन से इस्तीफा देकर सभी साथियों की सहमति से समाज को नई दिशा प्रदान करने व गुरुदेव राष्ट्र सतं ब्रह्म लीन महंत अभेदय नाथ महाराज जी के सामाजिक समरसता व अखडंता के स्वप्न को साकार करने के लिए 28 दिसंबर 2023 को भारत युग जनता पार्टी का गठन किया। राजनीति की कठिन डगर पर कदम बढ़ाने वाले मा चौ योगेंद्र सिहं जी ने कम समय में उच्च पहचान,सरल सौम्य,धैर्यवान और साहसी राजनेता के रूप में ख्याति अर्जित की है। राजनीति में कभी उनकी रुचि नहीं थी किंतु जिस कुशलता से उन्होंने भारत युग जनता पार्टी की बागडोर को सभालते हुए भारत के लगभग उत्तर प्रदेश,दिल्ली,
पंजाब,हरियाणा,जम्मू कश्मीर, उत्तराखडं , मध्य प्रदेश व राजस्थान आदि राज्यों में पहचान दर्ज कराई है वह अपने आप में प्रसंशनीय है। सामाजिक न्याय की राजनीतिक चितंन धारा को दिन रात आगे बढ़ाते हुए मा चौ योगेंद्र सिहं जी ने अपना जीवन समाज के सभी वर्गो के अधिकार व सम्मान के लिए लगा दिया है। वे सभी वर्गो के हक के लिए संघर्ष करने वाले नेता के रूप में लोकप्रिय हैं। निस्संदेह मा चौ योगेंद्र सिहं जी अनेक उन यवुाओं के लिए एक आदर्श प्रतिमान हैं जो भारतीय राजनीति में प्रवेश करके जनसेवा की इच्छा रखते हैं।